Kulbhushan Sudhir Jadhav (also spelled Kulbhushan Yadav, reported alias Hussain Mubarak Patel) (born 16 April 1970) is an Indian national who was arrested in the Pakistani province of Balochistan on charges of terrorism and spying for India's intelligence agency, the Research and Analysis Wing. Jadhav is a surname predominantly found in southern India and Maharashtra.
His first One Day International cricket or ODI has played 16 November 2014 with Sri Lanka as a beginner and cap number 205. Mahadev Jadhav ऐसे में यदि कोई Cricket में अपना मुकाम बनाना चाहता है तो उसे केवल कड़ी मेहनत ही नहीं करना होगा, बल्कि उसे एक लंबे समय तक इंतजार करना होगा। तब जाकर कोई बात बनेगी।Kedar Jadhav की इस संघर्षिल सफर में कई लोगों ने मदद किया। आइये जानते है, इस Hindi Biography द्वारा किन लोगों ने उनकी मदद की और उन्होंने कैसे यह सफर तय किया ?Kedar Jadhav का जन्म पुणे के मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता महादेव जाधव बिजली विभाग से रिटायर्ड कर्मचारी है। उनकी माँ मंदाकिनी जाधव हाउस वाइफ़ है।इनके अलावा उनके परिवार में तीन बड़ी बहनें है, जिनकी शादी हो चुकी है।केदार जाधव बचपन में शांत और अनुशासन प्रवृति के थे, पर वो क्रिकेट के मामले बिलकुल भी अनुशासित नहीं थे। उन्हें बचपन में ही क्रिकेट से इस तरह लगाव हो गया था कि वो सोते समय भी बैट को साथ लेकर सोते थे और गेंदबाजी के लिए जिस वस्तु को गोल पाते, उससे ही गेंदबाजी का अभ्यास करते थे।केदार जब सिर्फ 2 साल का था, तब मैंने से उसे आंवले से गेंदबाजी करते हुए देखी। वह बार-बार हाथ घुमाकर आंवले को एक स्थान पर फेंक रहा था। मैंने उसी दिन कह दी थी कि मेरा भाई बड़ा होकर क्रिकेटर बनेगा। केदार जब 2 साल का था, तभी से उसने बैट थाम लिया था। वो रातों में भी बैट साथ लेकर सोता था। हमें तो कई बार उससे बैट छीनना पड़ता था।क्रिकेटिंग के साथ उनकी प्रारम्भिक पढ़ाई फेमस MIT High School से हुई। केदार शुरू से ही पढ़ाई में औसत स्टूडेंट थे और Cricketing Love ने उन्हें और कमजोर कर दिया। जिससे उन्हें अपनी माँ और Teacher से लगातार डांट सुनने पड़ते थे।पर वे पिता के डांट से महरूम रह जाते थे, क्योंकि उनके पिता बिजली विभाग में काम करते थे, जिससे उन्हें अक्सर काम के सिलसिले में बाहर ही रहना पड़ता था। इसलिए घर की पूरी ज़िम्मेदारी उनकी माँ ही संभालती थी।जब उनके पिता घर पर आते तो उनकी माँ उनके कम अंकों को लेकर शिकायत करती थी, लेकिन उनके पिता हर बार यह कह बात को टाल देते थे कि यह सिर्फ Cricket ही नहीं खेलेगा, बल्कि एक दिन हमारा नाम भी रोशन करेगा।अबतक उनकी हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी हो चुकी थी, इसके बाद वे यशवंत राव मोहिते कॉलेज में बारहवीं तक पढ़ें। इस दौरान वे College Cricket Team का अहम हिस्सा भी रहे।इसके बाद कोथरुड स्थित सुधाताई माँड़के कॉलेज आ गए, जहां उनके क्रिकेट में बड़ा निखार आया। जिससे उन्हें डिस्ट्रिक्ट लेवल की क्रिकेट में एंट्री मिल गई। जहां वे बेहतरीन खेल का मुजायरा करते हुए स्टेट लेवल के क्रिकेट टीम में जगह पाने में सफल रहे।अब उनकी B.Com की पढ़ाई पूरी हो चुकी थी। इसलिए वे क्रिकेट के लिए पूरी तरह से फ्री थे। जिस वजह से उन्होंने स्टेट लेवल पर अपनी क्रिकेट की छोटी-छोटी गलतियों में सुधार किया। जिसका सुखद परिणाम जल्द देखने को मिला, जब उन्हें महाराष्ट्र की रणजी टीम में शामिल कर लिया गया।इस तरह उन्होंने फ़र्स्ट क्लास मैचों में डेब्यु 2007 में किया।पहला साल प्रशिक्षु के रूप में बिता । पर अगले ही साल रणजी सीजन में उन्होंने 6 फिफ़्टी और 1 शतक जमाया, जो उनके कुशल बल्लेबाज होने का संकेत दे गया। इन पारियों को उन्होंने एक Natural T-20 Player की तरह खेला, जिससे उनकी बैटिंग छबि एक आक्रामक बल्लेबाज के रूप में बनी।इसलिए जल्द ही IPL Team Royal Challengers Bangalore से Development Team के लिए खेलने का न्यौता मिला, जहाँ उन्हें पहली बार विदेशी कोच के देख-रेख में विदेशी खिलाड़ियों के साथ अभ्यास मैचों में पसीना बहाने का मौका मिला।पर जब 2010 में IPL सीजन स्टार्ट हुआ तो उन्हें Delhi Daredevils के द्वारा खरीद लिया गया, जिसके लिए खेलते हुए उन्होंने अपने डेब्यु मैच में ही अपनी पुरानी टीम Royal Challengers Bangalore के खिलाफ मात्र 29 बॉलों पर धमाकेदार 50 रन बना डाले।इस जबर्दस्त परफ़ोर्मेंस ने उन्हें लाईमलाईट में ला दिया और Banglore को भी जता दिया कि उन्होंने उन्हें अपनी टीम में शामिल ना कर बड़ी गलती कर चुके है।अगले सीजन 2012 में Kochi Tuskers Kerala ने उन्हें खरीद लिया। इस सीजन में वे केवल 6 मैच ही खेल सके, जिसमें उनकी परफ़ोर्मेंस उम्मीद के अनुरूप नहीं रही।शायद यह समय उनके IPL Career का सबसे बुरा दौर था। 2013 में Delhi Daredevils ने उन्हे खरीद लिया, पर वे अपने परफ़ोर्मेंस पर खरा नहीं उतर सके। इसी तरह 2014 में टीम में नाम मात्र के लिए बने रहे। इस IPL सीजन में 10 मैचों में मात्र 149 रन ही बना सके।पर रणजी मैचों में इन फ्लॉप शो से दूर वे 2012 में महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए उत्तर प्रदेश के खिलाफ 327 की शानदार पारी खेली और 2013-14 रणजी सीजन में छह शतक के साथ 1223 रन बनाए, जो इस सीजन का सबसे अधिक और रणजी इतिहास में चौथा सबसे ज्यादा सीजन स्कोर था। जिसकी बदौलत महाराष्ट्र दस वर्षों बाद रणजी फ़ाइनल खेल सका।रणजी मैचों में किए गए इस बेहतरीन प्रदर्शन ने उन्हें 2014 में बांग्लादेश के टूर पर जाने वाले Indian Cricket Team में शामिल होने के लिए टिकट दे दिया। पर उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला।आखिरकार उन्हें नवंबर 2014 में श्रीलंका के खिलाफ ODI मैचों में डेब्यु करने का मौका मिला। इस मैच में वे 24 बॉलों पर 20 रन ही बना सके।अगले साल 2015 में उन्हें ज़िम्बाब्वे के खिलाफ खेलने का मौका मिला, जब सीनियर खिलाड़ियों को आराम दे दिया गया। उन्होंने तीसरे मैच में 87 बॉलों पर शानदार अपना पहला शतक ठोका। इसी टूर पर उन्होंने टी-20 मैच में भी डेब्यु किया।भारत का टेस्ट मैचों में शानदार प्रदर्शन के बाद एक फिर उन्हें 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ उन्हें वन डे टीम में शामिल कर लिया गया।स्वभाव से सहज-सरल केदार जाधव, उन क्रिकेटरों में शुमार है, जो ड्रेसिंग रूम के किस्से अपने परिवार के साथ शेयर करते है। उन्हें सगे-संबंधियों से मिलना बेहद पसंद है।इनका विवाह स्नेहल जाधव से हुआ था। 2015 में उन्हें वैवाहिक से जीवन एक पुत्री रत्न की प्राप्ति हुई।If you like it, please share on Facebook, Twitter and Whatsapp and if you have any update, comment it.very nice post I am happy to read. The drama was directed by Kedar Jadhav and she performed a small but challenging role in it. 13 comments.
... Durj Cast… Unfortunately for him, the record was broken by Manish Pandey a few months later in a series against Australia, where Pandey took only 3 innings to achieve this feat.
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